Bhargavastra :- दोस्तों, भारत के पास पहले से ही एक से बढ़कर एक हथियार मौजूद है। भारत इतने पर ही नहीं रुका बल्कि इस बार भारत ने हथियारों के मामले में एक और नई कामयाबी हासिल कार ली है, जिसका नाम भारतीय सरकार ने Bhargavastra रखा है।

Bhargavastra क्या है ?
बता दें कि जब से भारत और पाकिस्तान ke बीच युद्ध जैसी स्थिति बनकर उभरी है, तब से पाकिस्तान ने भारत पर अधिकतर ड्रोन और मिसाइलो से ही हमला किया है, हालाँकि भारत में मौजूद रशिया का S-400 ने उन्हें भारत की धरती पर पहुँचने के पहले हवा में ही रद्द कर दिया।
इन्ही कारणों से भारत ने कम लागत में ड्रोन को मारने के लिए तकनीक ढूँढ रहा था, आज भारत ने एक ऐसा मिसाइल बनाया है जो ड्रोन को हवा में ही मार सकता है, और इसकी क़ीमत भी काफ़ी कम है। दिन बुधवार 14 मई को भारत ने इसका सफलतापूर्वक परीक्षण भी कर लिया है।
इसका परीक्षण कहाँ हुआ ?
Bhargavastra को Solar Defence Aerospace Limited (SDAL) ने बनाया है। इसका परीक्षण 14 मई को उड़ीसा के गोपालपुर में समुंदर किनारे किया गया है। इसके परीक्षण के दौरान क़रीब 4 मिसाइल दागी गई जो की निर्धारित लक्ष पर सफलतापूर्वक पहुँचकर उसे तबाह किया। समाचार एजेंसी ANI के अनुसार Army Air Defence (AAD) ने भी लगभग 3 छोटे मिसाइल दाग कर इसका परीक्षण किया, जो की सफल रहा। यह भी ज़रूर पढ़ें :- Operation sindoor के बाद हुआ Operation Keller जिसने मारे गये कई आतंकी
सरकारी अधिकारियों के अनुसार Bhargavastra को पाकिस्तान की तरफ़ मोड़कर लगा दिया गया है। अब अगर पाकिस्तान की तरफ़ से कोई भी ड्रोन आता है तो Bhargavastra उसे क़रीब 2.5 किलोमीटर की दूरी से पहचान लेगा और उसे हवा में तबाह कर देगा। यह अच्छी तकनीक के साथ बनाया गया है, और दावा किया गया है की भविष्य में इसका अपडेट भी आ सकता है।
Bhargavastra की क़ीमत
भारत के लिए इस सिस्टम को बनाना काफ़ी महत्वपूर्ण हो गया था। Bhargavastra भारतीय सेना को सीमा रक्षा और देश के अन्दर नागरिकों की रक्षा के लिए इसे काफ़ी महत्वपूर्ण मामा जा रहा है। यह भारत ने ख़ुद ही बनाया है, इससे भारत ने एक बार फिर Make In India को बढ़ावा दिया है।
Bhargavastra स्वदेशी होने के कारण अभी तक इसके क़ीमत का कोई खुलासा नहीं हुआ है। परंतु अनुमान लगाया जा रहा है कि क़रीब 50 से 100 करोड़ प्रति यूनिट की क़ीमत हो सकती है जिसमें इसका रख-रखाव, मेंटेनेंस इत्यादि शामिल है।
लोगों द्वारा पूछे गये सवाल
भार्गवास्त्र भारत का स्वदेशी काउंटर-ड्रोन सिस्टम है, जिसे डीआरडीओ ने बनाया। यह शत्रु ड्रोनों को ट्रैक और नष्ट करता है। लेजर और रडार तकनीक से लैस, यह राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करता है। हाल का सफल परीक्षण इसकी प्रभावशीलता को दर्शाता है।
भार्गवास्त्र का नवीनतम परीक्षण 2025 में सफलतापूर्वक हुआ। डीआरडीओ ने इसे विभिन्न परिस्थितियों में आजमाया, जिसमें इसने ड्रोनों को सटीकता से निष्क्रिय किया। यह उपलब्धि भारत की रक्षा तकनीक में मील का पत्थर है।
भार्गवास्त्र की शक्ति इसके हाई-पावर लेजर और AI-आधारित ट्रैकिंग सिस्टम में है। यह 5 किमी तक ड्रोनों को सेकंडों में नष्ट कर सकता है। 360-डिग्री रडार कवरेज और पोर्टेबिलिटी इसे युद्धक्षेत्र में प्रभावी बनाती है।
भार्गवास्त्र की अनुमानित कीमत 50–100 करोड़ रुपये प्रति यूनिट है, जो कॉन्फ़िगरेशन पर निर्भर करती है। स्वदेशी होने से यह आयातित सिस्टम्स से सस्ता है। आधिकारिक कीमत की घोषणा अभी बाकी है।
भार्गवास्त्र ड्रोन हमलों जैसे आधुनिक खतरों से निपटने के लिए महत्वपूर्ण है। यह सीमा सुरक्षा और आतंकी गतिविधियों को रोकने में सक्षम है। स्वदेशी तकनीक भारत की आत्मनिर्भरता को बढ़ाती है और सेना को सामरिक बढ़त देती है।
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