पूर्व भारतीय क्रिकेटर Vinod kambli की हालत ख़राब होने के वजह से वे पिछले 2 महीनों से सोशल मीडिया पर चर्चा का पात्र बने हुए है। वे अपनी हालत ख़राब होने के वजह से मुंबई के ठाणे में स्थित आकृति अस्पताल में भर्ती है। बता दें कि अब उनकी हालत में काफ़ी ज़्यादा सुधार हो रहा है, और उन्होंने उस अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टरों को धन्यवाद दिया है।
पूर्व क्रिकेटर Vinod kambli को कौनसी बीमारी है?
उनके मस्तिष्क में कई थक्के पाएँ गये है, जिस कारण वे अपना इलाज मुंबई के आकृति अस्पताल जो की ठाणे में स्थित है वहाँ करवा रहें है। उनकी हालत अभी भी काफ़ी गंभीर है लेकिन उनकी हालत में अब शेयर-धीरे सुधार हो रहा है। वे अपनी समस्या के चलते चर्चा में क़रीब 2 महीने पहिले आये थे जब मीडिया ने उन्हें अपने बाइक से उतरने के लिए कठिनाई का सामना करते पाया, और दूसरी बार रमाकान्त आचरेकर स्मारक में अनावरण के दौरान परेशानी में देखा था।

विनोद कांबली ने सोशल मीडिया पर क्या बयान दिया ?
उनके इलाज के दौरान अब उनकी हालत में सुधार हो रहा है। उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक छोटा सा बयान जारी किया है, जहां उन्होंने हाल ही में आकृति अस्पताल के उन सभी डॉक्टरों को जो की उन्हें ठीक करने के लिए निरंतर और बिना रुके काम कर रहे है उन सभी डॉक्टरों के समर्थन को धन्यवाद दिया।
विनोद कांबली को और कितनी बीमारी है ?
हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान विनोद कांबली ने बताया है की अभी पिछले ही महीने उन्हें गंभीर मित्र संक्रमण हो गया था, जिसके इलाज के लिए उन्हें तीन अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। बीते शनिवार की रात को उनकी हालत अचानक से बिगड़ गई थी। अब वे धीरे-धीरे ठीक होने की राह पर है।
अस्पताल के डॉक्टरों के प्रयास से और भगवान की दया से अब वह ठीक हो रहे है। हाल ही में उन्होंने अस्पताल के बिस्तर से उनके जीवन का एक भावुक पाल को याद भी किया। उन्होंने डॉक्टर का हाथ पकड़ा और उनकी जान बचाने के लिए दिल से धन्यवाद किया।
विनोद कांबली ने डॉक्टरों से क्या कहा ?
Vinod kambli ने कहा कि, मैं यहाँ के डॉक्टरों के मेहनत और भगवान की दया से आज हिंसा बचा हूँ। मैं ईंटना ही बोलना चाहूँगा की यहाँ के डॉक्टर जो भी कहेंगे मैं वो सब कुछ करूँगा। लोग देखेंगे कि मैं उन्हें क्या प्रेरणा देना चाहता हूँ।” विनोद कांबली का मुस्कुराते हुए ये कहना इस बात का संकेत देता है की अब उनके हालत में सुधार हो रहा है। वे पहले से काफ़ी बेहतर नज़र आ रहे थे। और उन्होंने अस्पताल के सभी डॉक्टरों का धन्यवाद भी किया।
Vinod Kambli को किसने अस्पताल में भर्ती किया ?
जब Vinod kambli की तबियत ज़्यादा ख़राब हो गई तब उनके एक प्रशंसक ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया था, जहां अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर एस सिंह ने किया, और उन्होंने पूर्व के क्रिकेटर Vinod kambli को आजीवन मुफ़्त इलाज का आश्वासन भी दिया।
Vinod kambli का इलाज करने वाले डॉक्टरों में से एक डॉक्टर विकास द्विवेदी ने एचटी को बताया की “उन्हें जब शनिवार को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया था, तब उन्हें बुख़ार और चक्कर के साथ-साथ बहुत ऐंठन हो रही थी, उस दौरान वे बैठ भी नहीं पास रहे थे, और चल भी नहीं पास रहे थे।”
डॉक्टर विकास ने आगे बताया की जब वो यहाँ भारती होने के लिये आए थे तब “हमने उनकी अच्छी तरह से जाँच की, फिर गेम पता चला की उन्हें इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के साथ-साथ मूत्र पथ का संक्रमण था। उनके शरीर का रक्तचाप कम हो गया था। उनके शरीर में सोडियम की कमी के साथ-साथ पोटेशियम की भी कमी थी, यही उनके ऐंठन का कारण था।हमने उन्हें एंटीबायोटिक देना शुरू कर दिया।”
VIDEO | "We always had a cricketing image of sir (Vinod Kambli) in our mind. So, it inspired us that sir needs us and so, the entire team decide to do something for sir. He keeps telling us about his good memories," says a doctor at Akruti Hospital. pic.twitter.com/n4OA1aeSGe
— Press Trust of India (@PTI_News) December 23, 2024
Vinod kambli की आर्थिक स्थिति
काफ़ी समय से कांबली आर्थिक समस्याओं से उलझ रहे है। कांबली को BCCI की तरफ़ से केवल 30,000 रुपये की मासिक पेंशन मिलती है जिससे वे अपना गुजरा कर रहे है। सुनील गावस्कर और कपिल देव की 1983 की विस्व कप विजेता टीम ने उन्हें मदद करने के लिये कहा, लेकिन उसने ये शर्त रखा की उन्हें पुनर्वास करने के सहमत हो तब। हालाँकि कांबली को इस शर्ट से कोई समस्या नहीं है।
Vinod kambli का कैरीअर
उनका भी एक समय था जब वे काफ़ी ज़्यादा लोकप्रिय क्रिकेटर्स में से एक थे।अचानक कुछ समय बाद उनकी लोकप्रियता में गिरावट आने लगी थी। सन् 1991 में भारतीय टीम के लिए उन्होंने पदार्पण (Opening) किया था। सन् 1994 तक कांबली ने टेस्ट मैचों में दोहरे शतक लगाए लेकिन उससे उन्हें ज़्यादा परिचय नहीं मिल पाया। उन्होंने मुंबई में हुए इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच में 224 रन बनाए और उसके बाद दिल्ली में ज़िम्बाब्वे के ख़िलाफ़ खेलते हुए 227 रन बनाए थे।
उन्होंने आख़िरी बार टेस्ट मैच सन् 1995 में टेस्ट मैच खेला था, हालाँकि उस समय उनका टेस्ट मैच का औसत 54 था। कांबली ने क़रीब सन् 2000 तक वनडे मैच खेलना जारी रखा था। उन्होंने क़रीब 9 बार मैचों में वापसी करने का प्रयास किया था लेकिन उनके सभी प्रयासों के बैकअप उनका कैरीअर 28 साल की उम्र में समाप्त हो गया।
Vinod kambli ने संन्यास कब लिया ?
विनोद कांबली क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा सन् 2009 में की थी लेकिन तब तक वे मुंबई के लिये घरेलू क्रिकेट खेलते थे। उसी समय में उन्होंने कुछ फ़िल्मों में भी काम किया था और कुछ रियलिटी शो में भी नज़र आए थे, लेकिन ये सब उनकी ज़िंदगी में ज़्यादा समय तक नहीं चला।
Sachin Tendulkar और Vinod kambli का झगड़ा
जब कांबली का कैरीअर नीचे जा रहा था तब उन्होंने अनजाने में सचिन तेंदुलकर से भी अपने रिश्ते को ख़राब कर लिया था, जब उन्होंने कहा था की “तेंदुलकर उनका साथ दे सकते थे और उन्हें पतन से और अनुशासनहीनता से बचा सकते थे, परंतु उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
हालाँकि, सचिन तेंदुलकर ही वह व्यक्ति थे जो आगे आये थे कांबली की मदद karne के लिए जब Vinod kambli को सन् 2013 में 2 बार दिल का दौरा पड़ा था, और उस समय उनकी सर्जरी हुई थी, उस दौरान सचिन तेंदुलकर ने उनके अस्पताल का पूरा खर्च उठाया था। ये भी ज़रूर पढ़ें :- भारतीय महिला क्रिकेट टीम में नई खिलाड़ी Renuka Singh ने टेस्ट सीरीज में तहलका मचा दिया। आइये जानते है पूरी बात।
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