दिल्ली :- नमस्कार दोस्तों, आज 9 जुलाई 2025 को भारत में लगभग सभी राज्यों में Bharat bandh की घोषणा की गई थी, जो की आज काफ़ी जगहों पर देखने को भी मिल रही है। Bharat bandh करने से किसको फ़ायदा होने वाला है, और किसको नुक़सान होने वाला है चलिए देखते है।

भारत बंद का कारण
काफ़ी समय से सरकारी लोगों में यह बना हुआ था की सरकार अब सब कुछ निजी (प्राइवेट) करने में लगी हुई है, जिससे आने वाले समय में सरकारी पदों में काफ़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। सरकारी पद में सभी क्षेत्रों (बैंकिंग, माइनिंग, पोस्टल, ट्रांसपोर्ट इत्यादि) के पद शामिल है। सरकार द्वारा किए जाने वाले निजीकरण के विरोध में आज Bharat bandh किया गया है।
दरअसल भारत में सरकार ने नए कोड जारी किए है, जिसके विरोध में यह प्रदर्शन किए जा रहे है।अलग-अलग सूत्रों के मुताबिक़ भारत के लगभग सभी राज्यों को मिलकर Bharat bandh प्रदर्शन में लगभग 25 करोड़ से अधिक कामगार शामिल हुए है। इन सभी प्रदर्शन कड़ियों को अलग-अलग यूनियन के लोग नेतृत्व कर रहे है, जिनमे INTUC, AITUC, CITU शामिल है।
Bharat bandh होने के नुक़सान
1) GDP पर प्रभाव :- भारत देश की अर्थव्यवस्था दैनिक कार्य और दैनिक आय पर निर्भर है, ऐसे में अगर भारत केवल 1 दिन के लिए भी बंद होता है तो देश को लाखों करोड़ों रुपयों का नुक़सान हो रहा है।
2) छोटे व्यवसायों पर असर :- भारत में बड़े बिज़नेस से कही खड़ा छोटे व्यवसाय और रोज़ कमाकर खाने वाले लोग है। ऐसे में अगर Bharat bandh होता है तो इन्हें कभी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
3) अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति में रुकावट:- भारत अब पहले से अधिक मात्रा में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख़रीददारी और बिक्री करता है। ऐसे में अगर भारत बंद होता है, तब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काफ़ी नुक़सान हो रहा है।
4) आपातकालीन सेवाओं पर दबाव :- जी हाँ, Bharat bandh होने के कारण देश में कई जगहों पर आपातकालीन सेवा (एम्बुलेंस, पुलिस दवाइयाँ इत्यादि) की आपूर्ति करने में कठिनाई हो रही है।
5) उत्पाद में रुकावट :- Bharat बंद होने के कारण दफ़्तर भी बंद हो गये है, जिस कारण लोग दफ़्तर नहीं गये और आज का उत्पाद नहीं हुआ, जो की देश को एक दिन पीछे ले गया।
Bharat bandh के फ़ायदे
बता दें कि जिस तरह Bharat bandh होने के बहुत नुक़सान है तो इसके ठीक विपरीत कुछ फ़ायदे भी शामिल है। चलिए विस्तार से जानते है। यह भी पढ़े :- Nishikant dubey पर बुरी तरह भड़के शिवसेना (UBT) के संजय राउत। कह दी बड़ी बात।
1) पर्यावरण लाभ:- Bharat bandh होने के कारण सड़कों पर अधिक गाड़ियों की आवाजाही ना होने के कारण तेल की कम खपत होगी, जिससे कम धुआँ निकलेगा और पर्यावरण को कम दूषित करेगा।
2) सामाजिक लाभ :- Bharat बंद के कारण लोगों को एक दिन की दैनिक जीवन से राहत मिली है, जिससे लोग अपने परिवार वालों के साथ समय व्यतीत कर रहे है।
3)प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव :- जी हाँ Bharat bandh होने के कारण प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग काफ़ी कम मात्रा में किया जाएगा, जिसास्व पर्यावरण पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा।
VIDEO | Bharat Bandh: Dozens of protesters, including former CM V Narayanasamy detained.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 9, 2025
Privately operated buses, autos and tempos were off the roads in Puducherry due to the nationwide strike called by 10 trade unions to oppose the central government's policies, including the… pic.twitter.com/obJVUzoDHm
जीस तरह Bharat bandh होने के फ़ायदे है उसी तरह काफ़ी अधिक नुक़सान भी शामिल है। Bharat बंद का असर अभी तक दिल्ली में कुछ ख़ास नहीं देखा गया है। मुख्य तौर पर भारत बंद का समर्थन उड़ीसा और बिहार में किया जा रहा है। हालाँकि इस पर सरकार की तरफ़ से कोई टिप्पणी नहीं आयी है।
लोगों द्वारा पूछे गये सवाल
हाल ही में सरकार द्वारा पारित किए गए लेबर कोड में, अधिकतर निजीकरण (प्राइवेट) होने के कारण प्रदर्शन किया जा रहा है।
इसके कारण कई राज्यों में बंद होने के कारण देश की प्रगति और आर्थिक स्थिति पर काफ़ी असर पड़ रहा है।
अभी तक सरकार की तरफ़ से इस विषय पर किसी तरह का कोई भी टिप्पणी सामने नहीं आया है। अगर कोई टिप्पणी आता है तो हम तुरंत आपको सूँचित करेंगे।