लखनऊ :- दोस्तों, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध के बीच में अब Brahmos को भी का दिया गया है। Brahmos मिसाइल की ताक़त से हर कोई रूबरू है। यह मिसाइल लगभग 3400 KMPH की गति से अपने तय किए गये लक्ष्य की तरफ़ बढ़ने की क्षमता रखता है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान काफ़ी चर्चा में बन गया है।

Bramhos मिसाइल पर योगी आदित्यनाथ का बयान
भारत और पाकिस्तान के युद्ध में अब Brahmos मिसाइल को भी उतार दिया गया है। बता दें की हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चा में बन गया है। इस वीडियो में योगी आदित्यनाथ कह रहे है की “Brahmos मिसाइल की ताक़त आपने देख ली होगी, अगर नहीं देखी हो तो पाकिस्तान वाली से इसकी ताक़त के बारे में पूछना। वे तुम्हें इसके बारे में सबकुछ विस्तार से बताएँगे।”
आगे उन्होंने कहा की “अब से भारत में किसी भी तरह का आतंकवाद हमला युद्ध के रूप में मना जाएगा। आतंकीयों की पहचान जिस भी देश से होगी उस देश से भारत युद्ध करेगा।आगे कहा कि आतंकवाद कुत्ते की पंच कि तरह है, जो कभी सीधा नहीं हो सकती है।ऐसे में हम सभी को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा रहना होगा।”
Brahmos मिसाइल की कुछ ख़ासियत
बता दें कि Brahmos मोड्यूल को कुछ इस तरह से बनाया गया है की इसे ज़मीन पर से पानी में से हवा में से, कहीं से भी इसे अपने दुश्मनों पर दागा जा सकता है। Brahmos मिसाइल का अपडेट भी जल्द ही आने वाला है, जिसमें और भी ख़ासियत मौजूद होंगे। इस मिसाइल का आक्रमण लगभग 220 किमी से 400 किमी तक है।
Brahmos मिसाइल का कुल वजन लगभग 2900 किलोग्राम है, जिसे इसके अगले अपडेट में लगभग 1200 किलोग्राम तक करने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। अगर इसका वजन कम हो गया तो लड़ाकू विमानों में इसे एक की जगह पर 3 को लेके ज़ाया जा सकेगा। बता दें कि इसे सभी सेनाओं को देने के पहले लगभग 100 बार परीक्षण किया गया, जिसमें यह पास होने के बाद ही इसे परमिशन दिया गया है।
भारत के रक्षा मंत्री का बयान
भारत के साथ-साथ कई देशों ने Brahmos पर अपना भरोसा ज़ाहिर किया है। इसी बीच भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुनिया को बता दिया है की अब से उत्तर प्रदेश के लखनऊ में Brahmos मिसाइल को बनाने की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है जहां हर वर्ष लगभग 80 से 100 मिसाइल बनाई जाएगी। इसके साथ ही दावा किया गया है की इसका अपडेटेड जनरेशन बनने के बाद यह लगभग 100 से 150 हर वर्ष बनाया जा सकेगा।
इस मिसाइल पर किसी भी मौसम का असर नहीं पड़ता है। यह मिसाइल दिन-रात काम करने के साथ-साथ हर मौसम में काम कर सकता है। बताया जा रहा है की इसे बनाने का प्लांट लखनऊ में बन कर तैयार हो गया है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। इसे बनाने के प्लांट को बनने में लगभग 3.5 वर्ष का समय लगा है। यह भी ज़रूर पढ़ें :- पाकिस्तान ने भारत पर किया लाँग रेंज मिसाइल का इस्तेमाल । भारत घबराया
लोगों द्वारा पूछे गये सवाल
या मिसाइल लगभग 3440 किमी की गति से अपने लक्ष्य कि तरफ़ बढ़ती है।
यह मिसाइल लगभग 2900 किलोग्राम की एक होती है।
किसी भी मौसम में काम करना इसे ख़ास बनाता है।
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