Indrajeet saroj :- दोस्तों, आज समाचार में केवल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और सपा के विधायक Indrajeet saroj का नाम चल रहा है। बता दें कि हाल ही में उन्होंने हिन्दी देवी-देवताओं पर विवादित टिप्पणी की है, जिसके कारण वे चर्चा में बन गये है। उन्होंने हिंदू मंदिरों और हिंदू देवी-देवताओं पर काफ़ी विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने हिंदू मंदिरों के साथ-साथ हिंदू देवी-देवताओं को भी काफ़ी कुछ उल्टा बात किया है। इस पर भाजपा के प्रवक्ता ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है, जिसके कारण इन दोनों के बीच कंट्रोवर्सी शुरू हो गई है।

Indrajeet saroj का विवादित बयान
मीडिया को इंटरव्यू देने के दौरान Indrajeet saroj ने विवादित बयान देते हुए कहा की “अगर भारत के हिंदू मंदिरों में ताक़त होती तो इतिहास के लुटेरे मोहम्मद कज़िन, मोहम्मद गजनवी जैसे लुटेरे भारत में नहीं आ पाते। सबको पता है कि वे जब भारत में आये तो कितनी तबाही किए और कितना लूट के ले गये।
आगे उन्होंने कहा की “जिस समय महाभारत, राम चरित्र मानस और रामायण लिखी गई थी, उस समय क्षुद्र को पढ़ाई करने का हक़ नहीं था। अगर कोई क्षुद्र पढ़ाई करने की कोशिश करता तो उसकी आँखें फोड़ दी जाती थी, उसके कान में शीशा पिघलाकर डाल दिया जाता था, अगर उनका उच्चारण करेंगे तो जीभ काट दी जाती थी। उस समय क्षुद्र आदमी की सार्वजनिक रास्तों पर नहीं चल सकते थे। आगे कहा कि अगर आपको यह कहानी लग रही है तो “ज्योतिबा फुले” पर बनी फ़िल्म देख लेना उसमें सब कुछ दिखाया गया है।”
सपा विधायक ने भाजपा को घेरा
बता दें कि Indrajeet saroj ने कहा कि “ताक़त मंदिरों में नहीं बल्कि सत्ता में होती है, इसलिए बाबा योगिनाथ ने भगवान का मंदिर छोड़कर सत्ता के मंदिर में जाके बैठ गये है। क्योंकि उन्हें ये बात एक से पता है। केवल “जय श्री राम” कहने से कुछ नहीं होता, आपको ख़ुद कुछ करना पड़ता है। मुझे देखो मैं जय भीम कहकर 5 बार विधायक बना और एक बार मंत्री भी बना।
भाजपा ने Indrajeet saroj को करारा जवाब दिया।
Indrajeet saroj द्वारा भाजपा पर कई तरह के आरोप लगाने के बाद भाजपा ने भी उन्हें जवाब दिया है। भाजपा के राकेश त्रिपाठी ने जवाब देते हुए कहा की “समाजवादी पार्टी केवल ऐसी पार्टी है जो रणनीतिय के साथ हमेशा प्रभु राम का, हिंदु ग्रंथों का, हिंदू मान्यताओं का अपमान करने की रणनीति में लगी रहती है। बाबा साहेब अंबेडकर के लिए उनके मन में प्यार नहीं उमड़ रहा है, बल्कि वे केवल मज़हब के नाम पर वोट लेना चाहते है। यह भी ज़रूर पढ़ें :- भारत में लागू हुआ नया क़ानून जिसका “Bhu bharati” नाम है। क्या आपने करवाया अपना ये काम ?
भाजपा के प्रवक्ता के अनुसार वे ये सब केवल वोटबैंक के लिए करते है, इसके अलावा सपा में बाबा साहेब के लिए या उनको मानने वाली के लिए कोई प्यार नहीं है। वे केवल जाती के नाम पर वोट हासिल करना चाहते है।
लोगों द्वारा पूछे गये सवाल
इंद्रजीत सरोज (सपा नेता) और बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी के बीच सोशल मीडिया पर तीखी बहस हुई, जिसमें दोनों ने एक-दूसरे पर निजीऔर राजनीतिक हमले किए।
विवाद तब शुरू हुआ जब इंद्रजीत सरोज ने एक बयान दिया, जिसका राकेश त्रिपाठी ने मजाक उड़ाया, और फिर दोनों पक्षों ने ट्वीट्स के जरिए एक-दूसरे पर तंज कसे।
हां, इंद्रजीत सरोज ने राकेश त्रिपाठी के ट्रोलिंग का जवाब देते हुए उनकी टिप्पणियों को बीजेपी की रणनीति का हिस्सा बताया।
सोशल मीडिया, खासकर X, पर दोनों नेताओं के समर्थकों ने ट्रेंड बनाए, जिससे यह विवाद और वायरल हो गया।
यह विवाद सपा और बीजेपी के बीच चल रही सियासी तनातनी को और हवा दे रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश की राजनीति में चर्चा तेज हो गई है।
Indrajeet saroj के इस विवादित बयान पर आपका क्या कहना है, शेम Comment में हैरी बताएँ।