राजस्थान :- नमस्कार दोस्तों, कल शाम को राजस्थान के चूरु इलाक़े में भारतीय वायु सेना का Jaguar fighter jet दुर्घटना ग्रस्त हो गया। भारतीय समाचार एजेंसियों के अनुसार इस दुर्घटना में दोनों विमान चालक (IAF) अधिकारियों की मृत्यु हो गई है। बताया जा रहा है की यह दुर्घटना किसी तकनीकी ख़राबी के कारण हुआ है।

Jaguar fighter jet में चालकों की अहम भूमिका
बता दें कि जब Jaguar को IAF के दो अधिकारी उड़ा रहे थे, उसी दौरान उसमें कोई तकनीकी ख़राबी आ गई थी। ऐसी स्थिति में चालकों को कठोरता से बताया जाता है कि विमान छोड़ कर निकल जाना है। परंतु उन दोनों ने विमान में रहकर विमान को ठीक करने का निर्णय किया। यह भी पढ़ें :- 9 जुलाई को हुए भारत बंद में भारत को क्या-क्या नुक़सान हुआ ? जाने विस्तार से
जब उन्हें ऐसा लगा की इसे ठीक नहीं किया जा सकता तो उन्होंने सूझ-बुझ दिखाते हुए विमान को ख़ाली इलाक़े की तरफ़ के गये, जहां उनका विमान दुर्घटना ग्रस्त हुआ, और दोनों चालकों की मृत्यु हो गई। इसके अलावा किसी आम नागरिक को कोई नुक़सान नहीं हुआ।
Jaguar fighter jet या कुछ और ?
कल 9 जुलाई 2025 को राजस्थान में Jaguar fighter jet के दुर्घटना में दोनों चालकों ने अपनी जान देकर विमान को ख़ाली इलाक़े की तरफ़ मोड़ कर आम नागरिकों की जान बचा लिया। इसी के साथ केवल सन् 2025 में इस लड़ाकू विमान की 03 दुर्घटना हो गई है, जिसमें अब तक भारतीय वायु सेना ने अपने 3 सैनिकों को खो दिया है।
जैगुआर फाइटर जेट की दुर्घटनाएँ
1) मार्च में पंचकुला
2) अप्रैल में जामनगर गुजरात ( 01 चालक की मृत्यु)
3) अब जुलाई में चूरु राजस्थान (02 चालकों की मृत्यु)
Jaguar fighter jet की बनावट
वैसे तो भारत अब स्वदेशी की तरफ़ बढ़ रहा है, परंतु आज के समय में भारत के पास कुल 120 Jaguar fighter jet मौजूद है, और समय-समय पर इनका इस्तेमाल भी भारतीय वायु सेना द्वारा किया जाता है।इस लड़ाकू विमान को दो देशों ने मिलकर बनाया है, जिनके फ़्रांस और UK शामिल है। इस लड़ाकू विमान को कई देशों ने सेवानिवृत्त (Retire) भी कर दिया है, परंतु भारत में इसका आज भी इस्तेमाल किया जाता है।
वैसे तो Jaguar fighter jet एक सीट का बनाया जाता है। परंतु जो राजस्थान के चूरु ने दुर्घटना ग्रस्त हुआ, वह 02 सीटों वाला विमान था, जो की पायलट की प्रशिक्षण (Training) के लिए इस्तेमाल किया जाता है, और यह किसी लड़ाई में भाग नहीं लेता है। वहीं दूसरा मॉडल जिसने केवल 01 सीट होता है, वह लड़ाई के लिए तैयार पायलट के लिए होता है, और यह लड़ाइयों में भाग लेता है।
लोगों द्वारा पूछे गये सवाल
यह भारतीय वायु सेना का जैगुआर लड़ाकू विमान था, जो दुर्घटना ग्रस्त हो गया है।
यह हादसा राजस्थान में मौजूद चूरु इलाक़े में हुआ है।
सबसे बड़ा नुक़सान दो पायलटों को खोने का हुआ है, जिसकी आपूर्ति कोई नहीं कर सकता है।
इसे बनाने वाले दो देश है, जिनके फ़्रांस और UK शामिल है। इसमें अक्सर परेशानी आती रहती है, जिस कारण कई देशों ने जैगुआर को इस्तेमाल करना भी बंद कर दिया है।
पायलटों की समझदारी ने विमान को ख़ाली स्थान पर लाया था, जहां दुर्घटना हुआ तो 2 पायलट मारे गये परमाणु इसमें किसी और के दुर्घटना ग्रस्त होने की कोई खबर अभी तक नहीं आयी है।
अभी तक सरकार की तरफ़ से इस हादसे पर कोई ख़ास टिप्पणी नहीं आयी है।