दिल्ली:- नमस्कार दोस्तों, आज सुबह भारत के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने बयान जारी किया है। इसके उत्तर में भारत के प्रधान मंत्री Narendra Modi ने भी ट्वीट कर ट्रम्प की भावनाओं का सम्मान किया है। इन दोनों के बीच के इस ट्वीट से लग रहा है की अब भारत और अमेरिका के बीच बिगड़े रिश्ते जल्द ही ठीक हो सकते है। इसके अलावा अभी भी अमेरिका के तरफ़ से भारत पर 50% का टैरिफ़ जारी है।
ट्रम्प का Narendra Modi और भारत के लिए बयान
ट्विटर पर न्यूज़ एजेंसी ANI ने साझा किया है जिसमें ट्रम्प के बयानों को प्रकाशित किया गया है। बता दें कि आज सुबह-सुबह ही ट्रम्प ने america के वाइट हाउस में बयान देते हुए कहा की “मैं और Narendra Modi हमेशा दोस्त रहेंगे। वह एक महान प्रधान मंत्री है। भारत और अमेरिका के बीच एक ख़ास रिश्ता है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।”

इसके अलावा ANI ने लिखा कि “जब उनसे “भारत को खोने” वाले उनके सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में पूछा गया था तब उन्होंने कहा था की “मुझे नहीं लगता की हमारे बीच कोई रिश्ता है।” इसके बाद उन्होंने कहा की “मेरी और Narendra Modi की बहुत अच्छी बनती है। वे कुछ महीने पहले अमेरिका भी आये थे, जिस दौरान हम रोज गार्डन भी गये थे।
At the White House, US President Donald Trump made the following significant statements on the India-US relationship:
— ANI (@ANI) September 6, 2025
"I will always be friends with Modi, he is a great Prime Minister”
"India and the United States have a special relationship. There is nothing to worry about"… pic.twitter.com/lwoU4R9BcO
ट्रम्प को Narendra Modi का रिप्लाई
समाचार एजेंसी ANI के ट्विटर पोस्ट पर ही भारत के प्रधान मंत्री ने रिप्लाई देते हुए लिखा है की “ राष्ट्रपति ट्रम्प की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक मूल्यांकन की हम तहे दिल से सराहना करते हैं और उनका पूर्ण समर्थन करते हैं।भारत और अमेरिका के बीच एक अत्यंत सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक एवं वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।”
इसके बाद ही भारत के विदेश मंत्री डॉ. S. Jaishankar ने भी मोदी जी के ट्वीट को अपने ट्विटर पार रिर्पोट भी किया है। इसके अलावा बता दें की अभी भी america का 50% का टैरिफ़ भारत पर जारी है। जल्द ही अगर इन दोनों देशों के बीच अगर रिश्ते में सुधार आता है तो अमेरिका का टैरिफ़ समाप्त हो सकता है।
Deeply appreciate and fully reciprocate President Trump's sentiments and positive assessment of our ties.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 6, 2025
India and the US have a very positive and forward-looking Comprehensive and Global Strategic Partnership.@realDonaldTrump @POTUS https://t.co/4hLo9wBpeF
Trump भारत से क्यों नाराज़ है?
इस बात का भी जवाब ट्रम्प ने वाइट हाउस में देते हुए कहा है की “भारत बड़ी मात्रा में तेल रशिया से ख़रीदता है, जो की मुझे बिलकुल भी पसंद नहीं है। इस के जवाब में भारत पर टैरिफ़ लगाया गया है। उन्होंने अपने एक पोस्ट के ज़रिए यह भी कहा था कि “मैंने भारत और रशिया को चिन के हाथों खो दिया है।”
इसके अलावा कुछ ही दिनों पहले भारत पर ट्रम्प द्वारा लगाये गये टैरिफ़ पर अमेरिका के कोर्ट ने ट्रम्प को डाँट लगायी है। कोर्ट ने कहा है की “ट्रम्प ने अपने शक्तियों का ग़लत तरीक़े से फ़ायदा उठाते हुए भारत पर 50% का टैरिफ़ लगाया है, जो की बिलकुल माननीय नहीं है।” इसके जवाब में ट्रम्प ने हाई कोर्ट में अपनी अर्ज़ी लगायी है।
अमेरिका के टैरिफ़ से भारत को क्या नुक़सान और क्या फ़ायदे है?
सूत्रों के अनुसार अमेरिका अपने देश का दूध और कुछ खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले पेस्टीसाइड को भारत में बेचना चाहता था, जिसे भारत ने नकार दिया था। इसके अलावा भारत का रशिया से तेल ख़रीदना भी अमेरिका को ठीक नहीं लगता है। इसके जवाब में अमेरिका ने भारत पर भी समान बेचने पर 50% टैरिफ़ लगा दिया है।
नुक़सान:- अमेरिका का भारत पर टैरिफ़ लगाने से भारत का समान बाहर के देशों में कम बिकेगा। इससे भारत के एक्सपोर्ट ने गिरावट हो गई है। भारत के कई छोटे व्यापारियों का धंधा बंद हो गया है। इससे भारत में आने वाली फॉरेन करेंसी भी बंद हो गई है।
फ़ायदा:- टैरिफ़ के कारण होने वाले नुक़सानों को पूरा करने के लिए सरकार ने देश के अंदर ही लगभग सभी सामनों की ख़रीदी पर लगने वाले टैक्स को पहले से काफ़ी कम कर दिया है, जिससे अब भारत बाहर के देशों में समान बेचने पर निर्भर नहीं रहेगा। उससे अब भारत के अंदर ही बिक्री कई हद तक बढ़ सकती है, जिसास्व व्यापारियों को काफ़ी फ़ायदा मिलेगा।
लोगों द्वारा पूछे गये सवाल
अभी इस पर किसी तरह की कोई टिप्पणी आधिकारिक तौर पर नहीं की गई है, परंतु ऐसी उम्मीद की जा रही है की जल्द ही कम हो सकता है।
जी नहीं, ट्रम्प ने भारत को अपना अच्छा मित्र बताया है। और रशिया से तेल ख़रीदने को लेकर आपत्ति जताई है।
जी, इस पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है। क्योंकि अमेरिका किसी के हिसाब से नहीं चलता है, वह कभी भी कुछ भी निर्णय के सकता है।