NASA और ISRO के मिशन से लौटे सभी अंतरिक्ष यात्री, समुंदर में की लैंडिंग

मुंबई :- नमस्कार दोस्तों, भारत का नाम और इज्जत दुनिया की नज़र में ऊँचा करने वाले सुभांशु शुक्ल आज धरती पर वापस आ रहे है। इस खबर ने आ पूरे इंटरनेट पर तहलका मचा दी है। सुभांशु शुक्ला का यह मिशन ISRO और NASA ने मिलकर किया है। इस मिशन का असली मक़सद अंतरिक्ष के बारे में और अधिक जानना था। इस मिशन के द्वारा वैज्ञानिकों को कई नई जानकारियाँ भी प्राप्त हुई है। 

Astronaut Subhanshu Shukla returns from NASA और ISRO mission

कांग्रेस लीडर उदित राज ने NASA पर लगाया आरोप 

दरअसल समाचार एजेंसी ANI जब भारत की विपक्षी पार्टी कांग्रेस के पास इस अंतरिक्ष मिशन के बारे में सवाल पूछने पहुँची, तब उदित राज के जवाब हैरान कर देने वाले थे। उन्होंने कहा कि “पहले भारत की तरफ़ से पहले राकेश शर्मा अंतरिक्ष में जा चुके है, उस समय दलितों के पास अधिक पढ़े-लिखे नहीं थे। परंतु इस बार दलित के लोग भी padhe लिखे है, तो इस बार NASA को दलित समाज किसी व्यक्ति को अंतरिक्ष में भेजना चाहिए था।”

NASA और ISRO का एकत्र मिशन 

आज लगभग 18 दिनों पहले NASA और ISRO ने मिलकर एक अभियान अंतरिक्ष। ए भेजा था जिसका मुख्य कार्य था, अंतरिक्ष के बारे में अधिक रूप से खोज कर धरती पर जानकारी भेजना। इसके लिए NASA ने अलग-अलग देश के लोगों को चुना था। इस अभियान में कुल 4 लोगों की टीम थी, जिसके कप्तान के रूप में भारत के वायु सेना के सुभांशु शुक्ला थे। उन्होंने अपना कार्य काफ़ी अच्छे से किया है। 

उन लोगों को धरती पर लौटने के बाद चिकित्सा के लिए जाना होगा, जिसके बाद 1 सप्ताह तक कोरंटीन भी किया जाएगा। इससे सभी अंतरिक्ष यात्रियों के शरीर धीरे-धीरे धरती के गुरुत्वाकर्षण में ढाल जाएँगे। अगर ऐसा नहीं किया गया तो सभी अंतरिक्ष यात्रियों का शरीर 1 सेकंड के भीतर ही फट सकता है।

NASA और ISRO का मिशन संपूर्ण 

बता दें कि भारत के समय के अनुसार 15 जुलाई 2025 को दोपहर में 3:01PM पर सुभांशु शुक्ला और उनकी टीम का मिशन समाप्त करते हुए वे लोग कैलिफ़ोर्निया के समुद्रों में अपने रॉकेट के साथ सही सलामत ज़मीन पर आ गये है। US की नेवी ने सभी अंतरिक्ष यात्रियों को बचा लिया, जो की धरती पर लौटने के लिए समुंदर में लैंड हुए। NASA और ISRO ने मिलकर इस मिशन को सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया है। 

इसके दौरान सुभांशु शुक्ला के माता जी से जब पूछा गया की आज आपका बेटा धरती पर लौट रहा है, इस पार आपका क्या कहना है तब उनकी माँ काफ़ी खुश थी। उनकी माँ ने कहा की मैं काफ़ी अधिक उत्साहित हूँ, और मेरे बेटे ने काफ़ी अच्छा काम किया है, इस बात पर मुझे गर्व है। 

उनके पिताजी से भी बातचीत करने के दौरान उन्होंने अपनी ख़ुशी जागीर कड़ी है। उन्होंने अपने बेटे द्वारा किए गये इतने बड़े काम के लिए काफ़ी खुश है। उन्होंने बताया कि वे भी अपने बच्चे के लिए काफ़ी खुश है की वह सही सलामत घर वापसी कर लिया है। 

NASA ने साझा की तस्वीरे 

जी हाँ, हाल ही में बीते कुछ दिनों से NASA लगातार अपने ट्विटर हैंडल पर अंतरिक्ष के कुछ ग्रहों का साफ़ पिक्चर ट्विटर अकाउंट पर सभी ग्रहों की साफ़ तस्वीरों को साझा किया है। NASA ने सभी तस्वीरों को ख़ुद ही खिंचने का दावा भी किया है। यह भी पढ़ें :- अंतरिक्ष यात्री सुभांशु शुक्ला का असमान से अंतरिक्ष तक के सफ़र को विस्तार से जाने। इनामी शुरुआत कैसे हुई थी?

NASA और ISRO ने खर्च किए काफ़ी पैसे 

इस मिशन का नाम AXloom 4 रखा गया था। इस मिशन को क़रीब 14 दिनों के लिए तय किया गया था, परंतु यह मिशन लगभग 18 दिनों तक का बड़ा समय लगा। हालाँकि इस मिशन में किसी तरह का कोई नुक़सान नहीं हुआ है। 

लोगों देता पूछे गये सवाल

सुभांशु शुक्ला कौन है?

यह भारतीय वायु सेना के सिपाही और लड़ाकू विमानों के परीक्षक के रूप में भारतीय सेना में कार्य करते है। वहाँ से उनका चयन इस मिशन के लिए किया गया था।

Axiom mission 4 क्या है?

यह NASA और ISRO द्वारा किया गया मिशन है, जिसका मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष को और अच्छी तरह से जानना है।

Axiom mission 4 में सुभांशु शुक्ला की क्या भूमिका रही है?

उन्होंने इस पूरे मिशन में अंतरिक्ष में उनके साथ गये लोगों के प्रमुख थे। उन्होंने इस मिशन को लीड किया है।

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