नेपाल काठमांडू:- नमस्कार दोस्तों, आज भी Nepal protest पहले जैसी ही जारी है। परंतु आज की ताज़ा खबर है की आज मंगलवार को नेपाल के प्रधान मंत्री KP Sharma Oli ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। इसके पीछे कंकड़ों काफ़ी आश्चर्यजनक माना जा रहा है।
Nepal protest चरम सीमा पर
जब से नेपाल की सरकार ने अपनी नई टेक्नोलॉजी क़ानून के तहत रजिस्टर ना करने कारण लगभग 26 सोशल मीडिया प्लेटफार्म को नेपाल में बंद कर दिया है, तब से नेपाल के काठमांडू में आम जानता द्वारा प्रोटेस्ट किया जा रहा है।
इसमें लोगों का कहना है की हमारी बोलने की और कुछ करने कि आज़ादी सरकार ने चिन लिया है। वही नेपाल सरकार का कहना है की नई पालिसी के तहत रजिस्टर करने पर ही सोशल मीडिया को दोबारा चालू किया जाएगा। यह भी पढ़ें :- आख़िर नेपाल सरकार नेपाल को क्या बनाना चाहती है?

Nepal protest में लोगों ने किसके घरों को जलाया?
Nepal protest ने अब काफ़ी बड़ा रूप के लिया है। अब नेपाल के लोग बड़े-बड़े राजनीतिक पद वालें लोगों के घरों पर आक्रमण कर उनके घरों को जलाना शुरू कर दिया है। इसी कारण काठमांडू में अब कर्फ्यू लगा दिया गया है।
लोगों ने Nepal protest के दौरान नेपाल की ही एक बहुत बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस पार्टी के लीडर शेर बहादुर देओबा, नेपाल के ग्रह मंत्री रमेश लेखक और माओइस्ट पार्टी के लीडर पुष्पा कमल दहल के घर को आग के हवाले कर दिया है। विदेश मंत्री के नाम का प्राइवेट स्कूल को भी हीड ने आग के hawale कर दिया है।
पुलिस का बयान
पुलिस ने मीडिया से बातचीत करने के दौरान बताया है की जब भीड़ सोमवार की सुबह संसद को चारो तरफ़ से घेर कर अंदर घुसने की कोशिश कर रही थी तब पुलिस ने मोर्चा सम्भाला और पानी मारा, लाठी मारा और गोलियाँ भी चली जिसके कारण कई लोग घायल हुए और लगभग 19 लोगों की जान भी चली गई है।
घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है। इसके अलावा हाल ही में नेपाल के प्रधान मंत्री ने अपना इस्तीफ़ा मंगलवार की सुबह-सुबह इमरजेंसी में दे दिया है। इसके अलावा प्रधान मंत्री KP शर्मा ने ऐलान किया है कि एक बार देश कि हालत सुधार जाए, तो सभी घायलों के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाएगी, और जिनका निधन हो गया उन्हें मुआवज़ा दिया जाएगा।
Nepal protest की ताज़ा ख़बर
बता दें कि नेपाल में आज मंगलवार को वहाँ के प्रधान मंत्री KP sharma ने अपने पद से इस्तीफ़ा देना सही समझकर, इमरजेंसी में इस्तीफ़ा दे दिया है। उनके अलावा गृह मंत्री ने सोमवार की रात को ही इस्तीफ़ा दे दिया है। हालाँकि अब जानता प्रधान मंत्री पर काफ़ी क्रोधित है, क्योंकि पुलिस ने लगभग 26 छात्रों को गोली मार जान ले ली है।
Nepal सरकार ने सोशल मीडिया को क्यों बैन किया?
हाल ही में नेपाल की सरकार ने अपने देश कि सुरक्षा के लिए कुछ नई पालिसी बनाई है। इस नई पालिसी के तहत सभी ऑनलाइन प्लेटफ़ार्म को रजिस्टर करना होगा, जिसमें गूगल, और beta नाकाम साबित हुए। परिणाम नेपाल सरकार ने उन सभी प्लेटफार्म को नेपाल में प्रतिबंधित कर दिया।
Nepal protest मुख्यतः इस कर्ण हो रहा है कि नेपाल सरकार ने उन सभी प्लेटफार्म को कुछ समय नहीं दिया, और नई पालिसी बनाई और सभी को बंद कार दिया। इसमें Youtube, ह्वाट्सऐप, फ़ेसबुक, X (ट्विटर), Linkedin, Reditte इत्यादि शामिल है। हालाँकि TikTok नेपाल में पहले की ही तरह चालू है, क्योंकि उसने सरकार के सभी नियमों का पालन किया है।
नेपाल सरकार का कहना है की सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अगर देश के विरोध में कोई कंटेंट डालेगा तो उस पर नज़र रख देश की सुरक्षा की जा सकेगी, इस कारण नई पालिसी बनाई गई है।
लोगों द्वारा पूछे गये सवाल
दरअसल वहाँ की सरकार ने कुछ बड़े-बड़े सोशल मीडिया को बंद कर दिया है, जिससे वहाँ के लोग ग़ुस्सा होकर सड़कों पर उतर आये है, और सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है।
वहाँ सबसे बड़ा नुक़सान प्रोटेस्ट के में सबसे बड़ा नुक़सान 19 लोगों की जान जाना है। iske अलावा भीड़ ने काठमांडू में रहने वाले बड़े-बड़े राजनेताओं का घर आग के हवाले कर दिया है।
इस बारे में अभी वहाँ की सरकार ने किसी तरह का कोई खुलासा नहीं किया है। परंतु देश के लोगों में बढ़ते ग़ुस्से के कारण सरकार जल्दी ही अपना निर्णय बदलकर इसे शुरू करवा सकती है।
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