T Raja Singh के इस्तीफ़ा के साथ हिंदुत्व के अंत का प्रारंभ शुरू।जानिए विस्तार से

Telangana :- नमस्कार दोस्तों, आज सोशल मीडिया पर तेलंगाना के गोशमहल असेंबली के MLA के पद से T Raja Singh ने भाजपा (भारतीय जानता पार्टी) से इस्तीफ़ा दे दिया है। यह बड़ा कदम उन्होंने काफ़ी सोच समझकर उठाया है। इस मामले में पूरी जानकारी के लिए T Raja Singh ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो भी साझा किया है। इससे सबसे ज़्यादा फ़ायदा किसको होने वाला है, विस्तार से जानते है। 

T Raja Singh Resigned from BJP update

तेलंगाना के हिंदू शेर T Raja Singh 

सन् 2014 में वे तेलंगाना से भारतीय जानता पार्टी जुड़े, इसके बाद उनका नाम हिन्दू संस्कृति और हिंदुत्व को बढ़ावा देने के मामलों में कई बार नाम आया। वे बिना किसी की परवाह किए हिंदुत्व के लिए आवाज़ उठाते नज़र आते है। इसी के कारण तेलंगाना समेत T Raja Singh लगभग भारत के हर राज्य में प्रसिद्ध हो गये है। वे ख़ुद को कट्टर सनातनी, और हिंदुत्व का रखवाला के रूप में मानते है। 

T Raja Singh का इस्तीफ़ा 

बता दें कि T Raja Singh ने 30 जून 2025 को भाजपा में इस्तीफ़ा दे दिया है, इस बात की पुष्टि उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस्तीफ़ा पेपर कि कॉपी को साझा करते हुए किया है, उस इस्तीफ़ा पेपर में सब कुछ बताया गया है। यह मामला मीडिया में काफ़ी चर्चा का विषय बन गया है। हालाँकि अभी तक इस मामले में भाजपा की तरफ़ से कोई बड़ी प्रतिक्रिया देखने को नहीं मिली है। 

T Raja Singh का भाजपा से इस्तीफ़ा देने के कारण तेलंगाना के ख़ास समुदाय के लोगों में ख़ुशी की लहर देखने को मिल सकती है, क्योंकि आये दिन T Raja Singh उनके ख़िलाफ़ कुछ करने या कहने के कारण चर्चा में बन जाते है। 

इस्तीफ़ा देने के पीछे का कारण 

उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करते हुए बताया की “ मुझे पार्टी में कई वर्ष हो गये है, और भाजपा को केंद्र में बने रहने के लिये मैंने और मेरे कई कार्यकर्ताओं ने बहुत मुश्किलों का सामना किया है। मैंने सोचा था कि भाजपा कि तरफ़ से तेलंगाना का प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मुझे चुना जाएगा परंतु ऐसा नहीं हुआ, मेरी जगह रामचंद्र राव को प्रदेश अध्यक्ष चुना गया।तेलंगाना के लोगों को प्रदेश अध्यक्ष ख़ूँख़ार चाहिए, जो किसी से ना डरता हो।”

आगे उन्होंने कहा की “प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए मुझे जिन 10 लोगों का साइन लेना था, उन्हें पहले ही डरा दिया गया था। इसका मतलब तेलंगाना का प्रदेश अध्यक्ष पार्टी ने पहले ही तय कर लिया था। प्रदेश अध्यक्ष के लिए पार्टी के लोगों में बैठक की जाती है, तब बनाया जाता है। परंतु यहाँ ऐसा नहीं हुआ, और पहले ही तय कर दिया गया था।”

आगे उन्होंने कहा की “मैं आज भाजपा छोड़ रहा हूँ, इसका मतलब यह नहीं है की भाजपा का विरोधी बनूँगा। मैं हमेशा से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ हिंदुत्व का समर्थन करता रहूँगा। मैंने पार्टी छोड़ी है, हिंदुत्व की विचार धारा नहीं। 

T Raja Singh पर भाजपा का निर्णय 

दोस्तों, T Raja Singh भाजपा के एक बड़े नेता के रूप में कार्यरत है, उन्हीं लोग हिंदू शेर के नाम से जानते है। तेलंगाना के लोग भाजपा को मतदान केवल Raja Singh के कारण देते है। उन्हीं के कारण तेलंगाना में प्रधान मंत्री के रैलियों में भी काफ़ी अधिक मात्र में लोग शामिल होते है। राजा सिंह का पार्टी से जाना पार्टी के लिए बड़ा नुक़सान साबित हो सकता है। 

पहले भी Raja Singh को सन् 2022 में प्रोफेट के बारे में कुछ विवादित बयान के लिये भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकल दिया था, परंतु कुछ समय बाद उन्हें वापस के लिये गया। इस दौरान भी ऐसा ही होने की आशंका है। यह भी पढ़ें :- जब भारत के दूसरे अंतरिक्ष यात्री Subhanshu shukla को HDFC बैंक का Comment आया, तब …

लोगों द्वारा पूछे गये सवाल

रहा सिंह ने भाजपा से इस्तीफ़ा कब दिया ?

30 जून 2025 को रहा सिंह ने भाजपा पार्टी छोड़ते हुए इस्तीफ़ा दे दिया है।

उन्होंने इस्तीफ़ा क्यों दिया?

दरअसल इसके पीछे का कारण उन्होंने बताया है कि तेलंगाना से भाजपा पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष उन्हें बनना था, परंतु पार्टी ने किसी और को बना दिया, जो उन्हें ग़लत लगा, और उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया।

क्या रहा सिंह ने किसी के दबाव में इस्तीफ़ा दिया है?

नहीं, उन्होंने अपने मर्ज़ी से इस्तीफ़ा दिया है, और अपने इस्तीफ़ा पेपर में सब कुछ लिख कर बताया है।

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